अगर यकीं है स्वर्ग पर
,
जीना फिर इस तरह,
तुम्हारे लफ्जो से कोई
,
आहत कभी ना हो!
भगवन उसे मिलेगे,
जिसके दिमाग में,
भगवान के आकार की
.
चाहत कभी ना हो!
आता है गर क्रोध तो
-
कमज़ोरियो से लड़ !
प्रेमी अगर हो सच्चे ;
तो माँ से प्रेम कर !
ईश्वर को तूने भोग लगाया तो क्या किया?
मूर्खो की तरह सूर्य को दिखाया क्यों दीया??
काबिल हो गरं,
दूसरों को काम दो बन्धु !
अब मंदिरों की घंटी को,
विराम दो बन्धु !!
मंदिर में ना जाना कभी मस्जिद में ना जाना
ईश्वर को ढूढने को
,
माँ के पास ही जाना !
माँ में ही तो रहीम तुम्हे राम मिलेगा
,
माँ के निकट ना कोई ताम-झाम मिलेगा !!
दुनिया की धुर्त्ततायें जब तुम को करे बेहाल,
माँ की ही गोद में तुम्हे आराम मिलेगा !!
tanu thadani: hey eshwar (tanu thadani)
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