बिटिया का वरदान चाहिये (tanu thadani)
सुन्दर-सुन्दर काया भीतर
घृणा -भाव भी पलता है!
बिना आग के हे ईश्वर
अंतस कैसे जलता है ??
जिसको खोज रहे वेदों मे,
बाइबल और कुरानो में ,
मक्का -काशी घूम के आये
खोजे सूफी गानों में !
हे ईश्वर तुम मिले नहीं क्यूँ ,
कैसी और अजान चाहिये ?
अगर मिलो शब्दों मे तब ही ,
गीता और कुरआन चाहिये !
जीवन की परिभाषा हमने -
खुद ही ऐसी रच डाली !
उल्लू बन कर चिपक गएँ
हर पेड़ -पेड़ डाली -डाली !!
जीवन तूने दिया अनोखा ,
प्यार-प्यार फिर प्यार मे धोखा !
कथा दुखो की अंतहीन सी -
नम आँखों ने जीवन सोखा !!
जग सारा मांगे धन - दौलत .
मुझको तेरा ध्यान चाहिये !
हे ईश्वर इक छावं सी मीठी -
बिटिया का वरदान चाहिये !!
सुन्दर-सुन्दर काया भीतर
घृणा -भाव भी पलता है!
बिना आग के हे ईश्वर
अंतस कैसे जलता है ??
जिसको खोज रहे वेदों मे,
बाइबल और कुरानो में ,
मक्का -काशी घूम के आये
खोजे सूफी गानों में !
हे ईश्वर तुम मिले नहीं क्यूँ ,
कैसी और अजान चाहिये ?
अगर मिलो शब्दों मे तब ही ,
गीता और कुरआन चाहिये !
जीवन की परिभाषा हमने -
खुद ही ऐसी रच डाली !
उल्लू बन कर चिपक गएँ
हर पेड़ -पेड़ डाली -डाली !!
जीवन तूने दिया अनोखा ,
प्यार-प्यार फिर प्यार मे धोखा !
कथा दुखो की अंतहीन सी -
नम आँखों ने जीवन सोखा !!
जग सारा मांगे धन - दौलत .
मुझको तेरा ध्यान चाहिये !
हे ईश्वर इक छावं सी मीठी -
बिटिया का वरदान चाहिये !!
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