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शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2011

hey eshwar (tanu thadani)

हे ईश्वर मत कर प्यार हमे ,
किस मकसद से भेजा हमको 
हमने ये क्या-क्या कर डाला ,
दिमाग बेच कपडे  पहने ,
फिर शर्म बेच खाना खाया !
शरीर को बिक्री कर-कर के ,
ज़मीर भी बिक्री कर डाला !!

हे ईश्वर हम इंसानों ने ,
नफरत बोई -नफरत काटी!
ले ले तेरा नाम सभी ने ,
आपस मे धरती बांटी !!

कुछ मंदिर वालो ने हडपा  ,
कुछ मस्जिद वाले हडप गए !
गिरजा ने हडपी  कुछ माटी,
हम आपस मे ही झड़प  गये !!

हे  ईश्वर तेरी बगिया में ,
हम किस्म -किस्म के कांटे हें !
हमने तुमको भी बाँट दिया ,
ज्यों इस धरती को बांटे हें !!

तुम बुत मे ही अच्छे लगते ,
कुछ नाम से अच्छा पाते हें!
हम हिन्दू हो या हो मुस्लिम ,
हम बेच आस्था खाते है  !!

कागज़ के टुकडे  छाप लिए ,
उसको ही ईश्वर है माना ,
हे ईश्वर अपनी धरती पर ,
तुम मत आना ,तुम मत आना!!




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